तो आपको MSME के बारे में जानना है, जैसे की MSME meaning in Hindi, MSME Full form in Hindi, MSME क्या है, आदि इन सब सवालों के जवाब आपको आसानी से मिल जायेंगे अगर आप इस आर्टिकल को पूरा पढ़ते है तो।
क्युकी आजकल बिजनेस की जागरूकता काफी बढ़ गई है तो लोगो में एमएसएमई का नाम काफी सुनने को मिलता है इसी की चलते आपके दिमाग में भी यह प्रश्न आया होगा की आखिर यह MSME क्या है?
MSME क्या है या एमएसएमई क्या है (What is MSME in Hindi)
विषय सूचि
- 1 MSME क्या है या एमएसएमई क्या है (What is MSME in Hindi)
- 2 एमएसएमई फुल फॉर्म (MSME Full form in hindi/एमएसएमई full form)
- 3 एमएसएमई का विभाजन
- 4 फीचर्स ऑफ ministry ऑफ एमएसएमई
- 5 हमारे भारत देश की इकोनॉमी में एमएसएमई की क्या भूमिका है
- 6 ऑपर्च्युनिटी इन एमएसएमई या एमएसएमई में संभावनाए
- 7 एमएसएमई लोन क्या है
- 8 एमएसएमई हेल्पलाइन
- 9 एमएसएमई रजिस्ट्रेशन ऑनलाइन
- 10 शारंश
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एमएसएमई का मतलब होता है माइक्रो, स्मॉल और मीडियम एंटरप्राइज, जिसको भारत सरकार ने एमएसएमई सेक्टर को भारतीय इकोनॉमी की हड्डी कहा जाता है क्युकी इस एमएसएमई सेक्टर ने करोड़ों लोगो को रोजगार दे रखा है और देश की तरक्की में अपनी मजबूत भागेदारी निभा रहा है।
सरकारी डाटा के अनुसार भारत में 31 अगस्त 2021 में लगभग 6.3 करोड़ MSME मौजूद थे। और इसकी संख्या हर साल बाद रही है।
एमएसएमई फुल फॉर्म (MSME Full form in hindi/एमएसएमई full form)
एमएसएमई full form या MSME Full Form in Hindi की बात की जाए तो वो Micro, Small and Medium Enterprises होती है।
या अगर MSME Full Form In Hindi की बात की जाए तो वो सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम होती है।
एमएसएमई के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए चलिए कुछ अन्य एमएसएमई से जुड़ी बाते जान लेते है।
एमएसएमई का विभाजन
अब हम जानकारी लेंगे की माइक्रो, स्मॉल और मीडियम साइज के एंटरप्राइज में क्या अंतर होते है जिनके कारण वो सब अलग साबित होते है।
एमएसएमई को अलग करने का क्राइटेरिया उनमें किया गया निवेश और उनके सालाना टर्नओवर से होता है जैसा की मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर का नीचे दिया गया है –
माइक्रो एंटरप्राइज | स्मॉल एंटरप्राइज | मीडियम एंटरप्राइज |
जिसमे निवेश 25 लाख से कम हो और जिसका टर्नओवर 5 करोड़ से कम हो उसे माइक्रो एंटरप्राइज कहते है। | जिसका निवेश ₹25 से 5 करोड़ के बेच और जिसका सालाना टर्नओवर ₹50 करोड़ तक हो उसे स्मॉल एंटरप्राइज कहते है। | जिसका निवेश ₹5 करोड़ से ₹10 करोड़ के बीच और टर्नओवर ₹250 करोड़ तक का हो उसे मीडियम एंटरप्राइज कहते है। |
तो ऊपर दी गई टेबल को पढ़कर आपको पता चल गया होगा की माइक्रो, स्मॉल और मीडियम साइज के बिजनेस किसे कहा जाता है।
फीचर्स ऑफ ministry ऑफ एमएसएमई
- बैंको से कुछ फंडिंग सपोर्ट दिलवाते है।
- कुछ सेंटरों में ट्रेनिंग प्रदान करते है जिससे Entrepreneurship को बढ़ावा मिलता है।
- एक्सपोर्ट/निर्यात करने में सहायता करते है।
- आधुनिक टेस्टिंग की सुविधाएं प्रदान करते है और क्वालिटी सर्टिफिकेट भी प्रदान करते है।
- बाकी कई अन्य चीजों में भी मदद करते है, जिससे हमारे देश में ज्यादा से ज्यादा छोटे बिजनेस शुरू हो सके।
हमारे भारत देश की इकोनॉमी में एमएसएमई की क्या भूमिका है
हमारे देश की अर्थव्यवस्था में एमएसएमई अपनी एक महत्वपूर्ण भूमिका अदा करते है, इससे देश के करोड़ों लोगो को रोजगार मिलता है और देश से कई सारे प्रोडक्ट को हम अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में निर्यात कर सकते है।
एमएसएमई की वजह से आज हमारे देश के गावो और दूर दराज के इलाको में बसे लोगो को अपना रोजगार मिल पा रहा है।
- एमएसएमई भारत में एग्रीकल्चर सेक्टर के बाद सबसे ज्यादा लोगो को रोजगार प्रदान करती है जिसकी संख्या को बात की जाए तो वो 120 मिलियन के लगभग है।
- भारत की GDP में मैन्युफैक्चरिंग एमएसएमई से 6.11% और सर्विस एमएसएमई सेक्टर से 24.63% का योगदान मिलता है जो की काफी बड़ी संख्या है।
- सरकार की कोशिश है की भारत की जीडीपी $5 ट्रिलियन डॉलर बनाई जाए तो इसी मुहिम के चलते एमएसएमई मिनिस्ट्री की कोशिश है की साल 2025 तक भारत की जीडीपी में एमएसएमई का योगदान 50% तक हो सके।
- यह सेक्टर भारत के सम्पूर्ण निर्यात में 45% योगदान देते है।
ऑपर्च्युनिटी इन एमएसएमई या एमएसएमई में संभावनाए
एमएसएमई इंडस्ट्री में काफी ज्यादा ऑपर्च्युनिटी है क्युकी इसमें सफल होने के chance काफी ज्यादा है। जैसे की
- आप इंडिया से कोई भी प्रोडक्ट आसानी से निर्यात कर सकते है।
- आपको फंडिंग भी मिल सकती है।
- डॉमेस्टिक मार्केट में काफी मांग है।
- शुरुआत करने के लिए कम पैसे की जरूरत होती है।
- आपको सरकार की तरफ से ट्रेनिंग मिल सकती है।
- ओर भी काफी सारी सुविधाएं मिल सकती है।
एमएसएमई लोन क्या है
MSME की व्यावसायिक जरूरतों को पूरा करने के लिए जो बिजनेस लोन प्रदान किया जाता है, उसे MSME लोन कहते है. एमएसएमई लोन देश के सभी सरकारी और प्राइवेट बैंको के साथ ही गैर बैंकिंग संस्थान यानी एनबीएफसी कंपनी से मिलता है।
एमएसएमई हेल्पलाइन
एमएसएमई हेल्पलाइन पर आप सरकारी एमएसएमई के ऑफिस में कॉन्टैक्ट कर सकते है, जो की राजधानी दिल्ली में स्थित है।
उनका पूरा एड्रेस/पता आप नीचे देख सकते है –
मिनिस्ट्री ऑफ माइक्रो, स्मॉल और मीडियम एंटरप्राइज
उद्योग भवन, रफ़ी मार्ग, नई दिल्ली – 110011
Email- mayapandey.dgca@gov.in
अगर आप एमएसएमई हेल्पलाइन पर एमएसएमई से सबंधित सामान्य सूचना लेना चाहते है तो आप इस नंबर पर कॉन्टैक्ट कर सकते है –
011-23063288
उद्यम रजिस्ट्रेशन –
Udam रजिस्ट्रेशन से संबंधित जानकारियां पाने के लिए आप इस नंबर पर कॉल कर सकते है
011-23063800
तकनीकी सहायता के लिए एमएसएमई हेल्पलाइन –
011-23062354
> पैसिव इनकम क्या है और पैसिव इनकम कमाने के तरीके
एमएसएमई रजिस्ट्रेशन ऑनलाइन
अगर आप एमएसएमई रजिस्ट्रेशन ऑनलाइन करना चाहते है तो आप इस लिंक पर क्लिक करके कर सकते है।
शारंश
एमएसएमई का भविष्य काफी उज्वल है और आप भी अपना कोई सूक्ष्म या लघु बिजनेस शुरू करके अपना और अपने देश का भला कर सकते है।
मुझे उम्मीद है की आपको एमएसएमई की फुल फॉर्म एमएसएमई क्या है इसकी पूरी जानकारी मिल गई होगी।
अब आप इस जानकारी को दूसरे लोगो के साथ व्हाट्सएप और फेसबुक आदि पर शेयर भी कर सकते है