जैविक खेती/ऑर्गेनिक फार्मिंग बिजनेस प्लान || Organic Farming Business In Hindi

ऑर्गेनिक फार्मिंग बिजनेस की इस जानकारी को शुरू करने से पहले में आपको एक बात बता देना चाहता हूं की 

“यह एक ऐसा बिजनेस है जो भविष्य में बहुत ज्यादा चलने वाला है, और ये बिजनेस आपको आपकी खुद की हेल्थ के साथ साथ काफी सारा पैसा भी कमाकर देगा, तो आप ऑर्गेनिक फार्मिंग को हल्के में बिलकुल ना ले”

ऑर्गेनिक खेती को इस युग में धीरे धीरे बढ़ावा मिल रहे बढ़ते हुए ज़हरीले पदार्थों के कारण लोग ऑर्गेनिक खेती की तरफ़ जा रहे हैं

ऑर्गेनिक खेती को धीरे-धीरे बढ़ावा मिल रहा है और यह विकास ज़हरीले पदार्थों के कारण हो रहा है। आजकल, जगह-जगह विभिन्न जैविक खेती उपकरण और उत्पादों में प्रयोग हो रहा है, जो कि कीटनाशकों, हार्मोन्स, और संश्लेषणों से मुक्त होते हैं।

जब तक पहले कई वर्षों तक, प्रमुख ध्यान देने वाले किसान और उपभोक्ता ही ऑर्गेनिक खेती के आदर्श अनुसार काम करते थे, लेकिन आजकल व्यापारी और कृषि उद्यमियों ने इसे उद्योग के रूप में देखा है और अधिक आंशिक तौर पर ऑर्गेनिक पदार्थों को प्रयोग करने का रुझान बढ़ा दिया है। ऐसे मामलों में, कुछ लोग व्यापारिक हितों को प्राथमिकता देते हैं और ऑर्गेनिक मानकों को उपेक्षा करते हैं, जिससे कि जिन उत्पादों को “ऑर्गेनिक” कहा जाता है, वे अक्सर वास्तविकता से अलग हो सकते हैं।

एक और बड़ी बात ये है की सरकारी डाटा के अनुसार भारत में खेती करने योग्य भूमि के सिर्फ 2% भाग पर ही ऑर्गेनिक खेती की जा रही है, जो कम है पर धीरे धीरे बढ़ रही है।

तो अब चलिए ऑर्गेनिक फार्मिंग का आपको मैं थोड़ा ओवरव्यू बता देता हूं।

बिल्कुल बेसिक से शुरू करते है बस आप आधा अधूरा ज्ञान लेकर ना जाए और जानकारी को पूरा जरूर पढ़े …

भारत में ऑर्गेनिक खेती की शुरुआत कैसे हुई –

एक समय था जब आजादी के बाद भारत में अनाज और खाने की काफी कमी पड़ गई थी और देश को भूखमरी का सामना करना पड़ रहा था।

पर जब 1960 के दशक में “हरित क्रांति” शुरू की गई तो इस समस्या का समाधान हुआ और किसानों को पदावार बढ़ी, और इतनी बड़ी की जहां हमारे देश के पास खाने तक के लाले पड़ गए थे और अनाज को बाहर के देशों से आयत किया जा रहा था अब हम भारत से अपने अनाज को निर्यात करने लग गए थे।

पर इस सुख के साथ एक बड़ी समस्या भी आ गई थी की किसानों ने पैदावार बढ़ाने के लिए खरपतवार और कीटनाशक दवाइयों के रूप में फसल में जहरीली दवाइयों को डालना शुरू कर दिया था और ये हमारे शरीर के लिए काफी खतरनाक साबित होने लगी।

और देखते ही देखते सब्जी, फल और अनाज को अप्राकृतिक उपज और ज्यादा पैदावार के लिए उन पर रसायनों की स्प्रे करना आम बात हो गई। 

पर आज तक यह आम बात बरकरार है!☹️

और फिर यहां से शुरुआत हुई ऑर्गेनिक फार्मिंग की, जब कुछ कुछ लोगो ने अपने छोटे छोटे स्तर पर ऑर्गेनिक फार्मिंग शुरू की, और फिर जब लोगो में जागृति और शिक्षा बढ़ी तो लोगो ने ऑर्गेनिक चीजों की मांग को बड़ा दिया और यह मांग अब बढ़ती ही जा रही है क्युकी लोगो को अपने स्वास्थ्य की चिंता अब ज्यादा होने लगी है।

ऑर्गेनिक फार्मिंग क्या होती है(What Is Organic Farming In Hindi) –

ऑर्गेनिक फार्मिंग या जैविक खेती में पौधो या पशुओं को प्राकृतिक तरीके से पाला जाता है इसमें किसी प्रकार के हानिकारक रसायनों और खतरनाक खाद का इस्तमाल नहीं किया जाता है। 

ऑर्गेनिक फार्मिंग में जैविक वेस्ट, ऑर्गेनिक खाद और प्राकृतिक उत्पादों का इस्तेमाल करके खेती को किया जाता है जो की पूरी तरह से प्राकृतिक होती है और इससे होने वाली पैदावार का उपभोग करने से मानव शरीर पर कोई दुष्प्रभाव नहीं होता है।

पर एक सफलतापूर्वक ऑर्गेनिक फार्म की शुरुआत करना इतना भी आसान काम नहीं होता है, इसके लिए आपको पूरी जानकारी होना अति आवश्यक है।

आप ऑर्गेनिक फार्मिंग बिजनेस कैसे शुरू कर सकते है इसकी स्टेप बाय स्टेप पूरी जानकारी नीचे दी गई है …

ऑर्गेनिक फार्मिंग बिजनेस कैसे शुरू करे(How to start organic farming in Hindi) –

ऑर्गेनिक खेती करने के पिए आपको ऑर्गेनिक फार्मिंग की सर्टिफिकेट लेना काफी जरूरी है इससे लोगो का और आपके कस्टमर का आपके ऊपर विश्वास बढ़ता है और आपको एक प्रकार का लाइसेंस और टैग मिल जाता है की आप ऑर्गेनिक खेती ही कर रहे है।

इसके लिए आपको कुछ बातो का ध्यान रखना होगा –

  • ऑर्गेनिक प्रोडक्ट को अजैविक खेती वाले प्रोडक्ट के साथ कभी ना मिलाएं।
  • इस सर्टिफिकेट को प्राप्त करने या अप्लाई करने से पहले आपकी जमीन कम से कम तीन सालो से ऑर्गेनिक होनी चाहिए वो केमिकल से फ्री होनी चाहिए।

ऑर्गेनिक सर्टिफिकेट आप दो तरीको से प्राप्त कर सकते है –

  1. PGS इंडिया – यह भारत का एक डिसेंट्राइज ऑर्गेनिक सर्टिफिकेशन सिस्टम है। ये सिस्टम ऑर्गेनिक प्रोडक्ट उत्पादन के लिए लोगो को सर्टिकेट देता है। यह स्कीम खेती विभाग मंत्रालय भारत सरकार द्वारा चलाई गई है। 
  2. थर्ड पार्टी सर्टिफिकेशन सिस्टम – 

अपनी जमीन तैयार करे –

अगर आप ऑर्गेनिक फार्मिंग/खेती करना छाते है तो आपको अपनी जमीन को तैयार करना होगा जिसमे आप अपनी जमीन को कम से कम तीन साल या उसे अधिक बिना केमिकल और दवाइयों के खेती करेंगे या खाली छोड़ देंगे।

इसके बाद ही आपकी जमीन ऑर्गेनिक खेती के लिए तैयार हो पाती है।

अगर आपके पास खुद को जमीन है तो बहुत ही अच्छी बात है अगर आपकी खुद की जमीन नहीं है तो आप किराए पर ले सकते है या फिर अपने बजट के अनुसार खरीद भी सकते है।

ऑर्गेनिक एग्रीकल्चर बिजनेस आइडिया –

  1. आप ऑर्गेनिक खेती करके अपने खेत में ऑर्गेनिक अनाज को पैदावार कर सकते है जिसको आप ज्यादा कीमत में मार्केट में बेच पाएंगे।
  2. ऑर्गेनिक डेयरी फार्मिंग बिजनेस शुरू कर सकते है जिसमे आप अपने पशुओं को ऑर्गेनिक चारा डालेंगे और उनको कोई जहरीली दवाइयों का सेवन नहीं कराएंगे।
  3. आप अपना खुद का ऑर्गेनिक स्टोर शुरू कर सकते है पर यह बिजनेस आपको बड़े शहरों में ही करना होगा।
  4. आप अपना ऑनलाइन ओर्गेक स्टोर शुरू कर सकते है और देश व दुनियाभर में अपने प्रोडक्ट बेच सकते है।
  5. आप ऑर्गेनिक सब्जियों का उत्पादन करके अच्छा मुनाफा कमा सकते है।

ऑर्गेनिक खेती के लिए सरकार की स्कीम –

अब सरकार भी ऑर्गेनिक खेती को बढ़ावा दे रही है और सरकार चाहती है की ज्यादा से  ज्यादा लोग ऑर्गेनिक खेती शुरू करे, इसके लिए सरकार समय समय पर ऑर्गेनिक फार्मिंग स्कीम लेकर आती रहती है।

भारत सरकार ऑर्गेनिक फार्मिंग किया शुरू करने के लिए सब्सिडी भी प्रदान करती है।

NCOF आपको NABARD बैंक के अंतर्गत सब्सिडी प्रदान करता है।

ऑर्गेनिक फार्मिंग बिजनेस की क्या संभावनाएं है –

देखिए ऑर्गेनिक फार्मिंग तो भविष्य है।

लोगो में अपने स्वास्थ्य को लेकर जागृति बढ़ रही है तो अब बहुत से लोग जहरीला और मिलावटी खाना नहीं खाना चाहते है। और इसी के साथ साथ लोगो की कमाई भी बढ़ रही है तो अब उनको महंगे ऑर्गेनिक प्रोडक्ट खरीदने में भी कोई दिक्कत नहीं है।

तो आप  ऑर्गेनिक प्रोडक्ट को इंडिया में भी बेच सकते है और बाहर के देशों में भी निर्यात कर सकते है इसकी संभावनाएं काफी ज्यादा है।

ऑर्गेनिक प्रोडक्ट या ऑर्गेनिक फार्मिंग की मार्केटिंग कैसे करे(Organic farming marketing in Hindi)

आज के डिजिटल दौर में किसी भी चीज की मार्केटिंग के लिए सबसे अच्छा और सबसे सस्ता जो मीडियम है वो है डिजिटल मार्केटिंग।

बेहतर होगा की आप अपने ऑर्गेनिक उत्पादित प्रोडक्ट को किसी ओर वेंडर को बेचने की बजाए खुद ही अपने कस्टमर तक पहुंचा दे।

इसके लिए आप अपना एक यूट्यूब चैनल शुरू कर सकते है और अपना एक ऑनलाइन स्टोर बना सकते है।

इस तरह से आप ₹2500 के निवेश के साथ अपनी ऑनलाइन मार्केटिंग शुरू कर सकते है।

अगर आप खुद ये काम नहीं कर सकते है तो आप किसी डिजिटल मार्केटिंग एजेंसी को यह काम दे सकते है।

दूसरा तरीका है की आप अपने लोकल में अपनी ऑर्गेनिक शॉप शुरू कर सकते है।

आप अपने प्रोडक्ट को दूसरे ऑर्गेनिक स्टोर में भी भेज सकते है।

ऑर्गेनिक फार्मिंग में कितनी कमाई है –

ऑर्गेनिक फार्मिंग में कमाई काफी ज्यादा है क्युकी इसमें हर प्रोडक्ट पर मार्जिन ज्यादा होता है।

आपके प्रोडक्ट का मूल्य इस बात पर निर्भर करता है की आप उसकी मार्केटिंग किस प्रकार से करते हुए और किस प्रकार के ग्राहकों को टारगेट करते है।

इसके अलावा आपके बिजनेस साइज पर भी निर्भर करता है।

आप मार्केटिंग के जरिए अपनी कमाई को भी बढ़ा सकते है।

ऑर्गेनिक फार्मिंग के क्या फायदे है – 

ऑर्गेनिक फार्मिंग करने से काफी सारे फायदे होते है, इससे आपको, लोगो को और प्रकृति तीनों को फायदा मिलता है –

  • किसान का काफी ज्यादा खर्चा बच जायेगा जिसको वह महंगे कीटनाशक रसायन और खाद खरीदने में लगता था।
  • आपके उत्पादित प्रोडक्ट ज्यादा महंगे में बिकेंगे, क्युकी मार्केट में ऑर्गेनिक प्रोडक्ट का मूल्य हमेशा ज्यादा होता है।
  • आपकी जमीन में काफी ज्यादा सुधार आ जाएगा।
  • आपके जमीन के नीचे का पानी भी अच्छा हो जायेगा।
  • आप प्रकृति और लोगो को फायदा पहुंचा रहे है।
  • आपको खुद को हेल्थी खाना खाने को मिलेगा।

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