8 stages of Entrepreneurship in hindi
विषय सूचि
- 1 8 stages of Entrepreneurship in hindi
- 2 1.आपके स्टार्टअप का जन्म ओर आपका आइडिया-
- 3 2. जिंदा रखना और बड़ा करना आपने बिजनेस को –
- 4 3. मेहनत से विश्वास टूटना –
- 5 4. जब आपको सफलता मिलनी शुरू हो जाती है-
- 6 5. आपकी बड़ी सफलता –
- 7 6. एक असफलता –
- 8 7. जल्द गिरावट –
- 9 8. खात्मा-
- 10 Learning=Earning
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एंटरप्रेन्योरशिप पैसे कमाने या आपको फेमस करने के लिए नहीं है। बल्कि ये आपके एक महान आइडिया को
काम में बदलने के लिए है , जिससे समाज की आप एक अनोखे तरीके से मदद कर सके ओर ओर सभी पे अपना एक इंप्रेशन छोड़ सके।
entrepreneurship एक प्रोसेस है जिसमें आप शुरुआत में कुछ ग़लत निर्णय लेते है कुछ गलतियां करते है सीखते है ओर आगे बढ़ते है।
अपना खुद का स्टार्टअप करना इतना आसान काम नहीं होता , इसमें आपका महान ओर यूनिक आइडिया , आपकी कड़ी मेहनत, कार्य में निरंतरता , लगन और लीडरशिप आदि शामिल होती है।
एंटरप्रेन्योरशिप एक चैलेंज के साथ आती है , रिस्क के साथ आती है।
अगर आप भी एंटरप्रेन्योर बनने के बारे में या अपना startup करने के बारे में सोच रहे है तो कुछ चीजे आपके लिए नीचे दी गई है –
1.आपके स्टार्टअप का जन्म ओर आपका आइडिया-
ये एक entrepreneur की यात्रा की शुरुआत होती है इसमें उसे उत्साहित , रोमांचक और डर सभी चीज़ों का एक साथ सामना करना पड़ता है। ये वो समय होता है जब आप स्वतन्त्र होते हो अपना नाम अपने सेक्टर में जमाने को ओर अपनी मार्केट के लीडर बनने के लिए तैयार होते हो। इस समय पर आपके दिमाग में एक करोड़ों रुपए का आइडिया होता है पर आप पूरी तरह से नहीं जानते हो कि इसको उपयोग में कैसे लाएं, पर आपका vision और मिशन बिल्कुल साफ होता है।
2. जिंदा रखना और बड़ा करना आपने बिजनेस को –
ये वो स्टेज होती है जब आपने अपना बिजनेस शुरू कर दिया होता है और अब आप नई नई रणनीतियां सोच रहे होते हो अपने बिजनेस को जिंदा रखने ओर बढ़ाने के लिए।
इस स्टेज पे कुछ entrepreneur तो अपने startup को खुद के पैसे पे या जो थोड़ा बहुत मुनाफा होता है उस पैसे से आगे चलाने कि कोशिश करते है वहीं पे कुछ entrepreneur इन्वेस्टर की तलाश करते है जिससे कि वो बिजनेस को बड़ा कर सके या कम से कम जिंदा रख सके।
दोनों ही तरीको के अपने अपने फायदे के नुकसान होते है , ये कई चीज़ों पे निर्भर करता है।
अगर आप खुद के पैसे से startup चलाने के कोशिश करते है तो आपको अपने बिजनेस के लिए पूरी तरीके से निर्णय लेने की स्वतंत्रता होगी।
आपको खुद से फैसला करना होगा कि आपको क्या करना है।
3. मेहनत से विश्वास टूटना –
ये वो स्टेज है जब आप अपनी तरफ से हर चीज हर निर्णय सबसे अच्छा करने की कोशिश करते है आप बहुत ज्यादा कड़ी मेहनत करते है , पर फिर भी कई सारी चीजे आपके अनुसार नहीं ही रही होती है । कभी कभी आपको अपने आप पे ओर अपने आइडिया पे भी शक होने लगता है। आप ओर आपकी टीम काफ़ी जी जान से मेहनत करते है।
ये समय काफ़ी कठिनाई का होता है पर अगर आप अपने आप पर भरोसा रखते है ओर सही समय पर सही निर्णय लेते है तो ये समय भी जल्द ही चला जाएगा।
4. जब आपको सफलता मिलनी शुरू हो जाती है-
ये वो स्टेज है जब एक entrepreneur का startup अच्छा परफॉर्म करता है मार्केट में ओर उसे सफलता मिलने लगती है , तो इस स्टेज में कई सारे startup फेल होते है क्युकी वो जसन मानने लगते है, पार्टी करते है, ओर भी काफी तरीके के एन्जॉय करने लगते है क्युकी उन्हें लगता है कि सफलता मिलने लगी है , ओर ये सब आसान है । पर यही वो समय होता है जब एक सक्सेसफुल startup अपना अगला goal तैयार कर रहा होता है ओर वो इस समय पे सब कुछ कंट्रोल में रखता है अपने आप को भी ओर अपने startup को भी ओर वहीं आगे चलकर एक सफलता कि सीमा को छूता है। आपको भी ऐसा ही करना चाहिए।
5. आपकी बड़ी सफलता –
ये वो स्टेज होती है जब आपका startup एक अलग ही लेवल कि सफलता को हासिल कर लेता है जो आपने सोचा भी नहीं था । जो बड़ी कंपनियां है वो आपसे पार्टनरशिप करती है ताकि आपका ओर उनका दोनों का फायदा हो सके , आपका बिजनेस अब एक नई उचाई पे होता है।
और इस स्टेज पर भी आपको अपना सबसे अच्छा देने कि कोशिश करनी है और टिके रहने की कोशिश करनी है।
6. एक असफलता –
ये वो स्टेज होती है जब आपकी कम्पनी का कोई एक महत्वपूर्ण हिस्सा या कोई पार्टनरशिप काम नहीं करती या फेल हो जाती है ओर आपको काफ़ी नुकसान होता है या फिर मार्केट में कोई आप से अच्छा आइडिया लेकर आ गया है और आपका आइडिया अब बेकार साबित ही रहा है।
तो अब आप या तो अपना स्टार्टअप बंद कर दे या फिर एक नए तरीके से शुरू करे। अपना exit जरूर ढूंढ़ ले।
7. जल्द गिरावट –
ये वो समय होता है जब आपकी टीम आपके साथ align नहीं होती , आपके निर्णय सही नहीं जा रहे होते है , इस समय आपको लगता है कि अगर एक सही निर्णय नहीं लिया गया तो बिजनेस बंद होना तय है।
ये काफ़ी डिप्रेशन वाला समय होता है।
8. खात्मा-
ये वो स्टेज है जब या तो आपका negative कैशफ्लो इतना हो जाता है कि आपका बिजनेस नहीं चल पाएगा आगे या कोई और कई सारी समस्याएं जिनके चलते आपको बंद करना ही बड़ेगा । तो बेहतर यही है कि अपने आप को उसमे अब इतना ना इन्वॉल्व करे कि आप उससे बाहर ही ना आ पाए ।
तो इससे पहले की आप entrepreneurship की दुनिया में आए ओर अपनी कोई कंपनी शुरू करने आपने आप को हर तरीके से तैयार कर ले ओर ज्यादा से ज्यादा सीखने की कोशिश करे क्युकी
Learning=Earning
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