Job vs Business दोनों में बड़े अंतर- क्या करना सही रहेगा आपके लिए

हम में से काफी सारे लोगो के मन में ये सवाल आता रहता है की नौकरी करे या बिज़नेस मतलब की job vs business कौनसा कैरियर हमारे लिए सही रहेगा, और इस प्रश्न के बाद हम कनफुज हो जाते है।  और बहुत सारे लोग इसका सही उत्तर नही जान पाते ये सिर्फ एक सवाल ही नही है बल्कि ये आपकी पूरी जिन्दगी को निर्धारित करता है की आप कितना सफल बनोगे, कितने खुश रह पाओगे अपने करिअर में और भी बहुत कुछ

इसकी शुरुआत कैसे होती है –

               जब हम स्कूल में पढ़ रहे होते है तब से ही हमारे टीचर ,हमारे माता-पिता और आस पास के लोग हमे यही सिखाते है कि अच्छे से पढ़ाई करो ताकि बड़े होकर तुम नोकरी लगो।

        सभी हमसे यही पूछते है “कि कौनसी नौकरी लगोगे?”

क्लास में टीचर भी यही सिखाते है और नौकरी के हिसाब से ही तैयारी करवाते है। वो हमे job vs business में फर्क नही समझाते है।

         नौकरी और नौकर कोई फर्क नहीं होता है, मान लो आप पढ़ लिख के कोई नौकरी की तलाश कर रहे हो, कोई आपको बोलता है कि आप मेरे नौकर बन जाओ में आपको 15 हजार महीने की पगार दूंगा तो जाहिर सी बात है कि आप गुस्सा हो जाओगे और बोलोगे की क्या मै तुम्हे नौकर दिखता हूं। पर अगर वहीं व्यक्ति बोलता है कि मेरे पास एक नौकरी की सीट खाली है मै आपको 15 हजार रूपए महीने के दूंगा। तो इस बात पर आप मान जाओगे,चाहे दोनों में समान काम हो। तो कहने का मतलब हमने ये शब्द ही ऐसे बना रखे जिससे हमें बुरा ना लगे।

      आप अनुपात देखोगे की कितने लोग नौकरी की पोस्ट के लिए तैयारी कर रहे है ,और कितनो को वो नौकरी मिलेगी तो वो अनुपात बहुत कम है। मतलब अगर किसी नौकरी में 400 वैकेंसी है और उसके लिए फॉर्म भरने वालों की संख्या 40 से 50 हजार मिलेगी। तो देख सकते हो कि बहुत बड़ी संख्या को तो वो नौकरी मिली ही नहीं पर फिर भी लोग उसी के पीछे पड़े रहते है, क्युकी कुछ ओर तो हमे बचपन से सिखाया ही नहीं गया, बस नौकर करनी है। तो गलती हमारी भी नहीं है इसमें ,पर अगर अभी जब हम समझदार हो गए है हमारे पास बेसिक सारी सुविधाएं उपलब्ध है, ओर उससे भी बड़ी बात आज हमारे पास इंटरनेट है, जिससे हम फ्री में ही बहुत कुछ सीख सकते हैं, तो अगर आज भी हम कुछ नहीं कर पाते नौकरी के सिवाय या जब नौकरी नहीं मिलती और अगर हम कुछ नहीं कर पाते तो ये सारी गलती हमारी ही होगी। क्युकी आज हम अपने आप को कुछ करने के लिए तैयार नहीं कर रहे, बस टाइम पास की चीजे ही कर रहे है और सरकार के भरोसे बैठे है कि वो हमे अपना नौकर बना ले और सरकार हमारे भरोसे पे बैठी है कि मेरे देश का युवा कुछ करेगा। तो अब ऐसे तो काम नहीं चलने वाला है। 

    हमे किसी के सहारे की जरूरत नहीं है ,हम खुद को ही भगवान ने इतना काबिल तो बनाया ही है कि हम कुछ अच्छा के सके अपनी जिंदगी में।

    हमे सिर्फ एक aspect ही दिखाया जाता है और हो है नौकरी वाला,अगर दूसरा देखना है तो वो आपको खुद मेहनत करके है देखना होगा। 

कुछ लोगों को लगता है की कुछ लोग इत्तफाक से इतने बड़े बन गए है लेकिन उनको ये पता नहीं की इत्तफाक के लिए मेहनत की गलियों से गुजरना पड़ता है I

     अगर हम बिजनेस की पढ़ाई की बात करे तो वो ज्यादा करके अमीर लोगो तक ही सीमित है वो विदेशों में बढ़ने के लिए जाते है ,बिजनेस स्कूल में बढ़ाई करते है। और उन्हें बचपन से वो बिजनेस वाला माहौल मिलता है, क्युकी घर में भी उनके लोग बिजनेसमैन ही होते है। तो शुरू से ही उनके दिमाग में ये घुस जाता है कि तुझे बिजनेस ही करना है,उन्हें हमारी तरह कोई ये नहीं बोलता कि बेटा तू नौकरी कि तैयारी कर ले।

     पर इन सब के बावजूद ऐसा नहीं है कि एक साधारण परिवार का कोई बंदा बिजनेस नहीं कर सकता ,आज हमारे सामने बहुत से उदहारण है ऐसे लोगो के जो बिल्कुल ही गरीबी से निकलकर आज बिल्कुल टॉप पे है। जैसे कि बिल गेट्स है जिन्होंने माइक्रोसॉफ्ट कंपनी को बनाया। जैफ बिजोज जिन्होंने अमेज़न कंपनी को बनाया।ऐसे ही और भी बहुत सारे उदहारण है।

बिजनेस आइडिया कैसे सोचे-

      बस आपमें वो कुछ अलग करने की आग और जुनून होना चाहिए की मुझ कुछ अलग करना है। मुझे सब कि तरह भेड़ चाल में नहीं चलना है। आपके पास लोगो की समस्या को सुलझाने का अच्छा सा एक आइडिया होना चाहिए,जिसमें आपको भी करने में मजा आए। इसके लिए आप अलग अलग चीज़ों को बरिकी से सीखना और समझना चालू कर दे, और जिसमें भी आपको ये लगे की मुझे ये चीज करने में मज़ा आ रहा है, आप उसी को कर उसी में आपने कैरियर देखे।

 मान लो आपके सामने पांच बंद कमरे है पांचों में अलग अलग चीजे रखी है, अब आप बोलोगे की मुझे कौनसे कमरे में जाना चाहिए, तो ये बात आपको वो बंदा नहीं बता पायेगा जो कभी उन कमरों में गया ही नहीं, आपको इन कमरों का अनुभव उससे लेना चाहिए जो इन कमरों में या तो हो या कभी गया हो। या आपको एक एक करके अभी कमरों के बारे में बारिकी से जानकारी जुटाने चाहिए जिससे ये भी पता लग जाएगा कि आपको किस कमरे में मजा आने वाला है।

ऐसा ही बिजनेस में होता है। अब कमरों को आप अलग अलग बिजनेस मान सकते हो। आपको हमेशा कुछ न कुछ बस सीखते रहना है।

नौकरी और बिजनेस में अंतर- Job vs Business

नौकरी/ Jobबिजनेस/Business
1.नौकरी में आपको किसी के नीचे काम करना पड़ता है ,आपको आजादी नहीं होती है। आपको अपने से ऊपर वाले के ऑर्डर मानने पड़ते है।1.बिजनेस में आपको किसी के ऑर्डर मानने की जरूरत नहीं है, आपको जो अच्छा लगे आप उससे सलाह ले सकते है। आप आजाद होते है।
2. यहां पर आपके आगे बढ़ने की संभावना बहुत कम होती है,आपको एक निश्चित समय पर प्रोमोशन दिया जाता है। आपका आने जाने का समय आपकी कम्पनी ही निर्धारित करती है। आपको कितनी छुट्टियां देनी है, कब छोड़ना है, कब बुलाना है, क्या काम करवाना है सब आपके ऊपर वाले अधिकारी ही फैसला लेते हैं इसमें आप अपनी मर्जी से कुछ नहीं कर सकते , आपको जितना बोला जाता है आपको उतना ही करना है।2.यहां आप अपनी मर्जी के मालिक हो आपको जब काम करना है तब कीजिए ,जैसी ड्रेस में करना है वैसे कीजिए। और इसमें आप जितना काम करोगे ,जितना अच्छा काम करोगे उतना ही ज्यादा पैसा कमाओगे। बिजनेस में आपकी एक्सपोनेंशियल ग्रोथ संभव होती है ,आप एकदम से आगे बढ़ सकते है जो चीज एक नौकरी में नहीं है।
3. नौकरी में आपको एक निश्चित पेमेंट दी जाती है आप उससे ज्यादा नहीं ले सकते।, अपने कभी एक नौकरी करने वाले के पास काफी महंगी लग्ज़री कारे नहीं देखी होंगी पर, बिजनेसमैन के पास ये अब आम बात होती है, वो अपने आने जाने के लिए प्राइवेट जेट तक रख लेते है।3.इसमें आपको मेहनत पे निर्भर करता है,आप कितना भी पैसा कमा सकते हो।”आपने कभी एक लंबोर्गिनी कार पे लाल बत्ती नहीं देखी होगी।”आपको ऑफिस की कोई राजनीति से नहीं गुजरना पड़ेगा।
4. इसमें आपको अगर आपकी मनपसंद कि नौकरी नहीं मिली तो आप जिंदगी भर खुश नहीं रह पाएंगे, आपका जीवन निराशा में कट सकता है जैसा कि बहुत सारे लोगो के साथ हो है रहा है।4. बिजनेस तो आप वो ही करते हो , ओर सफल भी वो ही होता है जिस काम को करने में आपको दिलचस्पी है। तो इसमें आपको बहुत मज़ा आएगा आप खुश रह पाओगे अपने कैरियर में, और यही बहुत बड़ी बात होती है खुश रहना।

इसमें अब ऐसा नहीं है कि बिजनेस ही अच्छा है, अगर नौकरी समुद्र है तो बिजनेस एक बड़ा रेगिस्तान है जिसमें आप अगर भटक गए तो आप बिछड़ जाओगे।

 

Job security vs Business security –

 अगर job vs business सिक्योरिटी की बात आती है तो वो निसंदेह बिजनेस में ज्यादा है, इस बात कोई कई लोग नहीं मानेंगे पर सच यही है।

बिजनेसमैन अपने कई इनकम के साधन बनकर रखते है, उन्हें एक चीज से नहीं बल्कि कई अलग अलग जगह से पैसा आता है। और उन्हें इतना अनुभव भी ही जाता है, अगर उनका एक बिजनेस सफल नहीं हुआ तो वो कुछ ओर कर लेंगे, एक चीज फेल हो गई तो दूसरी काम में आ जाएगी , ओर उनका दिमाग भी काफ़ी खुल जाता है। तो कहने का मतलब बिजनेसमैन को सिक्योरिटी ज्यादा है।

    अगर नौकरी करने वाले को एक जगह से नौकरी से निकाल दिया , या वो कंपनी फेल होगी , या फिर खुद के साथ कोई दुर्घटना हो गई तो वो अपनी पूरी इनकम को खो देगा। कहने का मतलब है कि वो किसी चीज पे किसी दूसरे पे निर्भर है,ओर उसी एक चीज में उसकी सिक्योरिटी टिकी हुई है।

नौकरी करनी चाहिए या बिजनेस –

   ये आपको कोई दूसरा सही नहीं बता पायेगा, और आपकी जिंदगी का इतना महत्त्वपूर्ण फैसला आपको दूसरो के हाथो में नहीं देना चाहिए।

  इसमें ये नहीं है कि आप मोटिवेट होकर कुछ बिजनेस करने की सोच ले ,ये गलत बात है।

सभी के लिए बिजनेस सही नहीं होता, बहुत सारे लोग नौकरी के लिए ही बने है,जैसे कि उनका दिमाग वो बिजनेस वाली बाते समझ ही भी पायेगा।

  बिजनेस बुरा नहीं है इसे इस नजर से मत देखो जो आपको समाज दिखाता है कि ये बहुत रिस्की होता है ,फेल हो जाओगे। 

आपको बिज़नेस कुछ छोटा मोटा तो try जरुर करना चाहिए, वो चाहे ऑनलाइन हो या ऑफलाइन हो आप बहुत ही कम पैसे में भी शुरू कर सकते है। 

आप अपने कॉलेज के दिनों में ये सब try कर सकते है या फिर स्कूल की पढाई के साथ साथ, कही भी हो चाहे कोई नौकरी कर रहे हो कुछ भी कर रहे हो आप बिज़नेस को शुरु कर सकते है। 

तो दोस्तों मुझे उम्मीद है की आपको job vs business की ये जानकारी पसंद आई होगी, तो अब आप इसे अपने फेसबुक या whatsapp पर शेयर जरुर करे ताकि आप ये जानकारी दुसरे लोगो तक भी पंहुचा सके अगर आपका कोई सवाल या सुझाव है तो कमेंट में जरुर लिखे, और ये जानकारी आपको कैसी लगी कमेन्ट करके जरुर बताये।  धन्यवाद्

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