सूअर पालन के बिजनेस कैसे करे | Pig Farming in Hindi

पिग फार्मिंग बिज़नेस

सूअर पालन की जानकारी के लिए आप बिलकुल सही जगह पर आये है यहाँ आपको Pig Farming की सारी जानकारी आसान भाषा में मिल जाएगी.

pig farming business कैसे शुरू करे

Pig farming business किसानों के लिए एक बहुत ही अच्छा बिजनेस है, क्युकी आजकल खेती में ज्यादा कमाई नहीं होती है तो कमाई के लिए जरूर आपको कोई खेती से जुड़ा हुआ बिजनेस ही करना चाहिए जैसे कि पिग फार्मिंग, बकरी फार्म या डेयरी फॉर्म जैसे कुछ बिजनेस हो सकते है जिनसे आपको अच्छी कमाई हो सकती है।

आज मै पिग फार्मिंग बिजनेस के बारे में आपको पूरी जानकारी दूंगा कि आपको कितनी लागत आएगी, जमीन कितनी चाहिए, कहां मार्केट है, खाना क्या खाएंगे , कितना खर्चा आएगा और ब्रीड के बारे में आदि जानकारियां आपको मिलने वाली है बस आप इस जानकारी को आखिर तक पढ़ते रहे।

अगर आपके पास थोड़ी बहुत जमीन है और आप कोई फार्मिंग के बिजनेस के बारे में सोच रहे है तो पिग फार्मिंग आपके लिए बहुत ही अच्छा रहेगा, क्युकी ये कम समय में आपको ज्यादा मुनाफा कमा कर देगा।

बाकी लाइवस्टॉक कि तुलना में पिग फार्मिंग काफ़ी मुनाफे वाला बिजनेस क्युकी पिग जो कहते है उसका बड़ा हिस्सा वो मीट में बदल देते है पर बाकी जानवरों के साथ ऐसा नहीं होता है।

दुनियाभर के बहुत से लोग पिगरी फार्म से सफल बिजनेस करके लाखो रुपए कमा रहे है, आप भी कर सकते हो।

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पिग फार्मिंग के फायदे(benefits of pig farming)

             पिग फार्मिंग आपके लिए रोजगार का साधन होता है जिसको आप  धीरे धीरे बड़े स्तर पर भी कर सकते हो जिसके बाद आप दूसरो को भी रोजगार प्रदान कर सकते हो। 

पिग फार्म बिजनेस के फाफी फायदे है जो नीचे दिए है –

  1. पिग फार्मिंग बिजनेस को आप कम निवेश में भी शुरू कर सकते हो, तो इसके लिए आपको बहुत सारे पैसों की जरूरत नहीं होती, और उन्हीं पैसों का इस्तेमाल करके आप धीरे धीरे फार्म को बड़ा भी कर सकते है।
  2. सूअर का गोबर बहुत उपयोगी होता है आप इसे कई तरीको से प्रयोग में के सकते है जैसे कि खेत में खाद के तौर पर या फिर आप मछलियों को भी खिला सकते है जिससे आप सूअर फार्म और मच्छी फार्म दोनों साथ साथ कर सकते है, क्युकी सूअर के गोबर से ही मच्छी पल जाती है, तो आपका खर्चा भी बच जाएगा।
  3. सूअर ज्यादा से ज्यादा खाना मीट में बदलता है।
  4. सूअर जल्दी ही बड़े हो जाते है जिससे कि आप 6 से 7 महीने में उन्हें 100 किलो के वजन पर बेच सकते हो।
  5. सूअर फार्म के लिए आपको बहुत ज्यादा जमीन कि आवश्यकता नहीं होती आप थोड़ी ही जगह से इसे शुरू कर सकते हो।
  6. सूअर की मीट कि मांग बहुत ज्यादा है और ये धीरे धीरे बढ़ती ही जा रही है।
  7. सूअर का मृत्यु दर दूसरे जानवरों से काफ़ी कम है, तो आपको नुकसान भी कम ही होगा।
  8. सूअर फार्म से आपको जल्दी ही मुनाफा/पैसे मिलने शुरू हो जाते है जिससे कि आपको सालो तक इंतजार नहीं करना पड़ता है।

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पिग फार्मिंग के लिए जरूरी चीज़े(सूअर पालन कैसे करें)

इस बिजनेस के लिए आपके पास अपनी जमीन होनी चाहिए अगर आपके पास खुद की जमीन नहीं है तो आप किराए पर भी के सकते है। कई लोग पिग फार्म को ही किराए पर ले लेते है जिससे कि कुछ साल मुनाफा कमाने के बाद वो इस किराए के फार्म को छोड़कर अपना खुद का बना लेते है।

पिग फार्मिंग शुरू करने के लिए आपको किन किन चीजो कि जरूरत पड़ती है वो नीचे दी गई है –

1. pig farming शेड –

               आपके पास एक शेड होना चाहिए जिसमें आप सूअर को रखेंगे। ये शेड कच्चा भी हो सकता है, पर अगर पक्का होगा तो ज्यादा अच्छा है और लगभग फार्म में ये पक्का ही होता है क्युकी आपको दिन में फार्म कि सफाई करनी होती है।

2. बिजली –

                पिग फार्म में बिजली का कनेक्शन भी होना जरूरी होता है, अगर बिजली नहीं है तो सोलर प्लेट से भी काम हो जाता है।

बिजली से आपको पानी की मोटर, ट्यूबलाइट और हीटर आदि चलाना होता है, जिसकी जरूरत फार्म में पड़ती है।

3. पानी  –

             सूअर बहुत ज्यादा पानी नहीं पीते है पर पानी का होना बहुत जरूरी है।

सूअर फार्म में पानी दो चीजों के लिए इस्तेमाल होता है एक तो सूअर के पिन के लिए, दूसरा फार्म की सफाई के लिए।

पानी के लिए आप एक टैंक बना सकते है या फिर तालाब आदि।

4. पिग वेस्ट का प्रबंधन –

               आपको सूअर फार्म की दिन में एक से दो बार सफाई करनी होती है तो इसमें को गन्दा पानी निकलता है जिसमें सूअर का गोबर भी मिक्स होता है, उसके लिए आपको कोई गढ़ा या तालाब जरूर चाहिए।

 इसमें या तो आप मछली फार्म भी कर सकते है या फिर खेती के लिए इस्तेमाल में ले सकते है।

नोट- इस वेस्ट से बदबू भी आती है।

5. रूम –

             फार्म पर आपके और लेबर लिए आप रूम भी बना सकते हो। 

पिग फार्म में आपको एक फीड रूम भी चाहिए जिसमें आप पिग के लिए खाना स्टोर करके रखेंगे।

खर्चा बचाने के लिए आप इनमें से रूम को अगर ना बनायेंगे तब भी कोई दिक्कत नही होगी।

जब आप एक बड़े स्तर पर फार्म को बनाते है तब आपको एक ऑफिस कि भी जरूरत होती है।

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पिग फार्मिंग बिजनेस के प्रकार –

    पिग फार्मिंग बिजनेस दो तरीके से किया जाता है –

  1. ब्रीडिंग
  2. फेटनिंग

अभी समझते है की ये दो तरीके किस प्रकार के होते है –

                      इस प्रकार के फार्म में मदा सूअर होती है जो कि बच्चो को जन्म देती है और फिर बच्चो को लगभग 2 महीने दूध पिलाने के बाद नए सूअर पलको या पुराने सूअर पलको में जिसको जरूरत होती है उस बेच देते है। 

1. ब्रीडिंग –

इसमें कम समय में ही पैसे मिल जाते है, अगर आपके पास बड़े करने के लिए पैसे नहीं है या कोई ओर कारण है तो आप ब्रीडिंग को अपना सकते है और मुनाफा कमा सकते है।

2. फेटनिंग –

               इस प्रकार के तरीके में आप सूअर को बड़ा करते हो और उस मीट के लिए व्यापारी को बेच देते हो।

इस प्रकार के तरीके में सूअर को बड़ा करने में 7 से 8 महीने का समय लगता है जिसके दौरान वो 100 से 120 किलो का हो जाता है और फिर उसे मार्केट में बेच दिया जाता है।

इसमें आप 2 महीने के बच्चे किसी फार्म से भी के सकते हो और खुद के फार्म के बच्चो को भी बड़े कर सकते हो।

नोट : आप ब्रीडिंग और फेटनिग दोनों तरीको को एक साथ करके भी पैसे कमा सकते हो।

पिग फार्म के लिए शेड बनाने से पहले ध्यान रखने वाली कुछ बाते

    पिग फार्म शेड को आप काफ़ी कम कीमत पर तैयार कर सकते हो।

इसके लिए आपको कुछ बातो का ध्यान रखना चाहिए, जैसे कि –

  1. शेड लोगो के घरों से दूर होना चाहिए, क्युकी पिग के गोबर से बदबू आती है और जब आप हर रोज फार्म कि धुलाई करते हो तब पानी कि नकासी और ठहराव के लिए जगह कि आवश्यकता होती है, और उस पानी में भी बदबू आती है। तो कहने का मतलब है कि लोगो के घरों से दूर बनाए, हो सके तो खेत में बनाना ही बेहतर उपाय है। अगर आप शहर से हो तो आपको पानी की निकासी का उचित प्रबंध करना पड़ेगा।
  2. शेड ऐसी जगह पर होना चाहिए जहां पर बरसात का पानी जमा ना होता हो।
  3. शेड के बाहर ऐसा प्रबंध होना चाहिए जिससे फार्म के अंदर कुत्ते आदि ना घुस पाए ,इससे आप नुकसान से बच पाएंगे।
  4. गर्मियों के समय में शेड में आप फोगर भी लगा सकते हो जिससे तापमान काम रहेगा।
  5. शेड में एक तरफ ढलान होनी चाहिए जिससे गन्दा पानी आराम से बाहर निकाल सके।

पिग कि ब्रीड/नसल का चुनाव –

              पिग फार्म में शेड बनाने के बाद ये बहुत जरूरी हो जाता है कि आप एक अच्छी सूअर की ब्रीड का चुनाव जरूर करे ताकि आप अच्छा मुनाफा कमा पाए।

  भारत में सूअरों कि काफ़ी तरीके कि ब्रीड पाईं जाती है पर उनमें से काफ़ी ब्रीड आपको एक फार्म में रखने और मुनाफा कमाने के लिए उपयोगी नहीं है।

जैसे कि हम बात करते है देसी काले रंग के सूअर कि जो आपको कहीं ना कहीं गंदगी में घूमता हुआ मिल जाएगा, तो उस ब्रीड को अपने फार्म में रखने का कोई खास फायदा नहीं होता है क्युकी उससे आप अपने फार्म को अच्छी से नहीं चला पाएंगे।

     सूअर फार्म में सामान्यत आपको सफेद रंग के है सूअर देखने को मिलते है जो देखने में इतने गंदे नहीं लगते है और ये साफ भी रहते है।

   जो ब्रीड लगभग हर फार्म में पाई जाती है मै आपको उसके बारे में ही बताऊंगा –

1. लार्ज व्हाइट यॉर्कशायर –

                           ये वैसे तो विदेशी पिग ब्रीड है पर ये भारतीय वातावरण में काफ़ी सही तरीके से पाले जा सकते है। 

pig farming in hindi

  भारत में लगभग हर फार्म में आपको यही पिग ब्रीड मिलेगी।

       सूअर की ये ब्रीड बिल्कुल सफेद रंग कि और लंबी साइज कि होती है, इनके कान सीधे खड़े होते है।

  इस ब्रीड में एक बड़े सांड सूअर का वजन लगभग 300 से 400 किलो भी ही सकता है और वही एक बड़ी सुरी का वजन लगभग 220 से 310 किलो हो सकता है।

      ये ब्रीड आपको हर तरीके से अच्छी साबित होती है।

इसमें आपको फटनिंग के लिए 6 से 7.5 महीने में 100 किलो या उससे ऊपर का वजन मिलता है, जो काफ़ी अच्छी बात है। 

  इस ब्रीड कि मादा बच्चे भी काफ़ी अच्छे देती है वो एक बार में 7 से लेकर 13 से 14 तक बच्चे देती है, इसमें एवरेज आपकी 9 से 10 रह सकती है।

2. लंड्रेस

                    इस ब्रीड के जानवर भी काफ़ी फर्मो में पाए जाते है।

   इस ब्रीड के पिग का रंग भी सफेद होता है पर इनकी त्वचा पर काले रंग के धब्बे पाए जाते है।

इनकी भी लंबाई अच्छी पाई जाती है।

इनके कान नीचे की तरफ गिरे हुए होते है।

ये भी कॉमर्शियल फार्मिंग के लिए अच्छी ब्रीड है।

इसका वजन भी लगभग ऊपर वाली जितना ही रहता है, पर ये उससे साइज में थोड़ी बहुत छोटी रहती है।

3. मिडिल व्हाइट यॉर्कशायर –

                   ये किसानों द्वारा भारत के कुछ ही हिस्सो में रखी जाने वाली पिग ब्रीड है।

  इनकी भी काफ़ी अच्छी क्वालिटी होती है। इसमें एक बड़ी मादा का वजन 180 से 250 किलो तक का हो सकता है। 

इनका रंग सफेद होता है

4. दूसरी कुछ ब्रीड –

                         ऊपर दी गई ब्रीड के अलावा भारत में अलग अलग मौसम के अनुसार ओर भी कई ब्रीड पाली जाती है। पर मुख्यत ऊपर वाली तीन ब्रीड ही भारत के हर मौसम में पाली जा सकती है।

   अगर दूसरी ब्रीडो कि बात करे तो जैसे हैम्पशायर, घुंगरू, HS X 1 और भारत के देसी सूअर आदि कुछ है।

Note – ब्रीड का चुनाव अच्छे से करे और उस समय अपने विवेक का भरपूर उपयोग करे क्युकी आपको नया देखकर दूसरे किसान आपको बेवकूफ बनाने की कौशिश करेंगे और अपने जानवर आपको महंगे में बेचेंगे, या फिर गलत जानवर देने की भी कौशिश कर सकते है, तो हमेशा होशियार रहे।

pig farming के लिए पानी की जरूरत कितनी होती है

    जैसा कि मैंने ऊपर बताया कि पिग फार्म में पानी की जरूरत दो कामों के लिए पड़ती है – फार्म की सफाई के लिए और दूसरा पिग को पीने के लिए।

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आप इस प्रकार की निप्पल भी लगा सकते है ताकि पानी व्यर्थ ना हो

फार्म की सफाई के लिए आप अपने फार्म के एरिया के अनुसार सोच सकते है कि किया पानी लगने वाला है।

अब हम बात करते है कि पिग हर दिन कितना पानी पीते है –

छोटे बच्चे – 6 से 7 लीटर पानी हर दिन

प्रेगनेंट मादा- 10 से 12 लीटर हर दिन

दूध देने वाली मादा – 20 से 25 लीटर पानी हर दिन

सांड सूअर – 12 से 13 लीटर हर दिन 

तो इससे आपको आइडिया लग गया होगा कि हर प्रकार के पिग को कितने पानी की आवश्यकता होती है।

पिग के पीने का पानी मीठा होना चाहिए या फिर थोड़ा नमकीन हो तो भी चलेगा अगर पानी इससे ज्यादा खारा होगा तो आपको पिग के वजन में बढ़ोतरी देखने को नहीं मिलेगी और ऊपर से पिग को दस्ट भी लग सकते है।

पिग के लिए फीड(pigs feed formula)

              पिग फार्म करने कि एक अच्छी बात ये भी होती है कि आपको खाने की बहुत जायदा टेंशन लेने की जरूरत नहीं होती है, क्युकी सूअर हर प्रकार का खाना खा सकता है।

वैसे तो पिग को आप कुछ भी खाने के लिए दे सकते हो, पर एक अच्छी फीड आपको वजन को बढ़ाने और पिग को स्वस्थ रखने में मदद करती है।

  फीड के अलावा पिग को आप मार्केट ने बचे हुए फल- सब्जियों भी से सकते हो और होटल वेस्ट भी से सकते हो।

होटल वेस्ट आप बच्चे देने वाली सुरी को ना दे नहीं तो आपको कोई फायदा नहीं मिलेगा, क्युकी इससे पेट के बच्चे भी मर सकते है।

पिग को आप हरा चारा भी दाल सकते है।

पिग के लिए फीड आप खुद फार्म पर भी बना सकते हो और आप कंपनी से बनी फीड भी खरीद सकते हो।

फीड बनाने के कुछ फार्मूले होते है जिसमें आप अनुपात के अनुसार चीज़े डालकर अपने फार्म के लिए खुद ही फीड बना सकते है।

pigs feed formula

 

इस फीड फार्मूले से बनने वाली फीड को आप बच्चे देने वाली मादा को दाले जिससे आपको अच्छे रिजल्ट मिलेंगे।

फीड बनाने कि इस विधि में जो चीज़े दी गई है आप उनका इस्तेमाल करके मादा के लिए फीड बना सकते है जो बच्चे देती हो। बच्चे देने वाली मादा के लिए जौ काफ़ी फायदेमंद होता है तो आप चावल और जौ की मात्रा में बदलाव कर सकते है जिससे कि आप जौ कि मात्रा को बढ़ा सके।

पिग को हर दिन कितनी फीड खिलानी चाहिए

पिग को हर दिन फीड उसके शरीर के वजन के अनुसार दी जाती है या फिर को बच्चे देने वाली मादा होती है उस भी ज्यादा फीड दी जाती है।

   कितने वजन में कितनी फीड हर दिन की खिलानी चाहिए वो नीचे दी गई है। जैसे कि किसी को हर दिन की 4 किलो फीड देनी है तो उसे 2 किलो सुबह और 2 किलो साम को खिलानी चाहिए।

वजनफीड
252 kg
503 kg
1005.2 kg
1506.5 kg
pig feed

आप फीड को पानी में भिगोकर भी दे सकते है।

सूअर में बीमारियां और उनके उपचार

         जानवरों में कुछ ना कुछ बीमारी होती रहती है पर जब हम बात करते है पिग कि तो इनमें और लाईवस्टॉक के मुकाबले कम बीमारियां आती है।

अगर आप फार्म कि सही साफ सफाई रखे और फार्म के हाइजीन का उचित ध्यान रखे तो बीमारी ना के बराबर ही आएगी।

  1. पिग का उचित समय पर Deworming जरूर करे या करवाए। जब आपका पिग फार्म प्योर फीड पर चलता हो तब आप ज्यादा समय में भी Deworming कर सकते है पर जब आपका फार्म होटल वेस्ट जैसी चीजों पर चलता हो तब आपको जल्दी जल्दी Deworming करने की जरूरत पड़ती है।  ( Deworming का मतलब होता है कि पेट के कीड़े मारना जिससे जानवर कि ग्रोथ ठीक से हो सके)
  2. आपको हर 6 महीने में पूरे फार्म के पिग कि वेक्सिनेशन करनी होती है जिससे कि बीमारी ना आए।
  3. फार्म में दीवारों पर चुना करना होता है और गए पर भी चुना डालना होता है जिससे कि कोई भी फार्म के अंदर आए तो पहले चुने पर पैर रखना पड़ेगा और फिर अन्दर आएगा। चुने से फार्म में कोई बीमारी या वायरस आने से रोका जा सकता है।
  4. अपने फार्म में अनजान या किसी दूसरे व्यक्ति को आने से रोके, क्युकी बीमारी किसी के साथ भी  आ सकती है।
  5. थोड़े अनुभव के बाद आप भी सीख जाओगे कि किस बीमारी में कौनसी दवाई देनी चाहिए, अगर बीमारी आपको समझ नहीं आती है तो तुरन्त डॉक्टर को अपने फार्म पर बुलाए।

अन्य बिज़नेस आईडिया के बारे में पढ़े

पिग मार्केट / पिग को कंहा बेचे( Pig farming Market)

           पिग को बेचने में आपको कोई दिक्कत नहीं आएगी।

 अगर आपके अरिए में ही मंडी या मार्केट है जहा सूअर को काटा जाता है तो आपका वहीं बिक जाएगा। अगर आपके आस पास मंडी नहीं है तो आप अपने लोकल व्यपारियो से बात कर सकते है वो आपका माल एक अच्छे रेट पर के जाते है। 

  अगर आपका फार्म बड़ा है या फिर आप कई अन्य किसानों के साथ मैन मार्केट ने बेचना चाहते है तो आप खुद भी अपना माल बेचकर आ सकते है। इसके लिए आपको एक ट्रेन या ट्रैक बुक करना बढ़ेगा और अपने पिग को उसमे लोड करके गुवाहती या अरुणाचल प्रदेश की मंडी में बेच सकते है आपको बहुत अच्छा रेट वहां पर मिलेगा।

पिग फार्म लोन कैसे ले (Pig Farming Loan)

              बहुत से लोग पिग फार्म का बिजनेस करने के बाद सूअर फार्म लोन लेना चाहते है। 

   बहुत से लोगो को नहीं पता होता है कि सूअर पालन के लिए लोन कैसे के? 

  लोन कई जगहों पर मिल जाता है और कई जगहों पर बैंक वाले लोन नहीं देते है और ये सच्चाई है कि आपको लोन मिलेगा या नहीं मिलेगा इस बात की कोई गारंटी नहीं है।

    अगर आपको पिग फार्म लोन चाहिए तो आप अपने नजदीकी बैंक में जाकर पता कर सकते है की वो लोन दे सकते है या नहीं।

   लोन के लिए आपके पास इतने जानवर होने चाहिए जितने आपने बैंक को बताए है और एक पक्का शेड होना चाहिए।

 पिगरी फार्म लोन के लिए आपको फार्म की प्रोजेक्ट रिपोर्ट बनाकर बैंक को भी देनी होती है।

आखिरी शब्द

   पिग फार्म एक अच्छा बिजनेस है अगर आप इसे अच्छे से करते है और आगे बढ़ने और हमेशा ज्ञान लेते रहेंगे तब इसे आप बहुत ही अच्छे स्तर पर लेकर जा सकते है जहां आप हर हफ़्ते लाखो रुपए का माल बेच पाएंगे।

मैंने pig farming business के बारे में आपको पूरी जानकारी देने की कोशिश की है अगर अभी भी आपका कोई सवाल है तो आप कॉमेंट में बता सकते है मै उत्तर देने की जरूर कोशिश करूंगा। इस जानकारी को आप वॉट्सएप ग्रुप या फेसबुक आदि पर शेयर भी कर सकते है। धन्यवाद।

3 thoughts on “सूअर पालन के बिजनेस कैसे करे | Pig Farming in Hindi”

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